पृष्ट संख्या 63

प्रेत शब्द की व्युत्पत्ति

'प्र' उपसर्गपूर्वक ' इण धातु (अदादि, परस्मैपदी, अनिट्) से
'क्त' प्रत्यय से प्रेत शब्द निर्मित है ।
प्रकर्षण इत: यह प्रेत शब्द का निर्वचन है जिसका अर्थ हुआ- अच्छी तरह से गया हुआ ।


प्रेत एक योनिविशेष है । देखें -

प्रेत: प्राण्यन्तरे मृते (अमरकोष 3/3/59) प्रेतो भूतान्तरे पुंसि मृते स्याद् वाच्यलिङ्गकः (उक्त अमरकोष की सुधा व्याख्या में)
प्रेत तिर्यग्योनिस्थानेषु। (वैशेषिक दर्शन–प्रशस्तपादभाष्य–संसारापवर्ग प्रकरण)
भूतप्रेतपिशाचाद्या: सर्वे ते भूमिभारका: (वोधायनगृह्यशेष सूत्र)


प्रेत्य भाव

पुनरूत्पत्तिः प्रेत्यभावः (न्यायदर्शन 1/1/19)
मरकर फिर जन्म लेना यह प्रेत्यभाव है ।
परासु - प्राप्तपंचत्व-परेत-प्रेत, संस्थिता: ।
मृत-प्रमीतौ त्रिष्वेते (अमरकोष - 2/8/117) -ये सभी नाम मृतक के है ।


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